दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको IPC की धाराओं के बारे में बता रहे है। IPC का पूरा नाम भारतीय दण्ड संहिता (Indian Penal Code) होता है।
यह IPC की धारा भारत के नागरिकों के द्वारा किए गए अपराधों और उनकी सजाओ के बारे में जानकारी बताती है, मतलब अगर कोई व्यक्ति कोई अपराध करता है तो उसको कौनसी धारा के अन्तर्गत क्या सजा होती है, इसी के बारे में यह जानकारी बताती है। साथ ही यह IPC की धारा भारतीय सैनिकों पर लागू नही होती है।
तो दोस्तों चलिए जानते है विस्तार से इस पोस्ट के माध्यम से IPC Dhara in Hindi के बारे में। यहां पर हम एक एक धारा के बारे में विस्तार से बता रहे है।
List of IPC Dhara in Hindi
IPC धारा 13 – जब किसी व्यक्ति पर जुआ या सट्टा खेलने का आरोप लगता है तो उसको धारा 13 के अन्तर्गत 1 वर्ष की सजा या 1000 रुपए जुर्माना हो सकता है।
IPC धारा 120 – जब कोई व्यक्ति षडयंत्र रचना की कोशिश करता है तो उस पर धारा 120 के तहत एक निश्चित अवधि तक जेल या जुर्माना दोनों लगाया जा सकता है।
IPC धारा 161 – यदि कोई व्यक्ति रिश्वत लेते या देते हुए पकड़ा जाता है तो उस पर धारा 161 के तहत तीन वर्ष की सजा और जुर्माना या फिर दोनों हो सकते है।
IPC धारा 171 – अगर कोई व्यक्ति चुनाव में रिश्वत लेता है या देता है तो उस व्यक्ति पर धारा 171 के अंर्तगत 1 वर्ष की सजा या 500 रूपए जुर्माना हो सकता है।
IPC धारा 177 – अगर कोई व्यक्ति पुलिस को गलत सूचना देकर गुमराह करता है तो उस पर धारा 177 के तहत 6 माह की सजा या एक हजार रुपए जुर्माना हो सकता है।
कानूनी धारा लिस्ट इन हिंदी
IPC धारा 186 – जब कोई आदमी सरकारी काम में बाधा पहुंचता है तो धारा 186 के तहत उस आदमी को 3 माह की सजा और 500 रूपए जुर्माना हो सकता है।
IPC धारा 191 – अगर कोई व्यक्ति झूठे सबूत का आरोपी पाया जाता है तो धारा 191 के अंतर्गत उस व्यक्ति पर 7 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है।
IPC धारा 231 – किसी व्यक्ति द्वारा जाली/नकली सिक्के बनाने के जुर्म में उस व्यक्ति को धारा 231 के तहत 7 वर्ष की कठोर सजा और जुर्माना लगाया जाता है।
IPC धारा 264 – यदि कोई दुकानदार गलत तौल के बांटो का उपयोग कर रहा है तो उस पर धारा 264 के तहत एक वर्ष की सजा या जुर्माना या फिर दोनों हो सकते है।
IPC धारा 272 – अगर कोई व्यक्ति खाने पीने कि चीजों में मिलावट का दोषी पाया जाता है तो उस पर धारा 272 के तहत 6 महीने की सजा और 1000 रूपए जुर्माना हो सकता है।
Indian IPC Dhara in Hindi
IPC धारा 292 – क्या आप जानते है अश्लील पुस्तके बेचना भी कानूनी अपराध है अगर कोई व्यक्ति इस तरह का अपराध करता है और दोषी पाया जाता है तो उस पर धारा 292 के तहत 2 वर्ष की सजा और 2000 रूपए तक जुर्माना हो सकता है।
IPC धारा 294 – अगर आप किसी धर्म या धार्मिक स्थान का अपमान करते है तो यह कानूनी अपराध है इस अपराध के लिए आपको धारा 294 के तहत 2 साल तक की जेल हो सकती है।
IPC धारा 298 – अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है तो उस व्यक्ति को धारा 298 के तहत एक वर्ष की सजा और जुर्माना या फिर दोनों हो सकते है।
IPC धारा 302 – कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति की हत्या या कत्ल करता है तो उस व्यक्ति को धारा 302 के तहत आजीवन कारावास या फिर मौत कि सजा हो सकती है।
IPC धारा 306 – अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को आत्महत्या के लिए उकसाता है तो उकसाने वाले व्यक्ति के खिलाफ धारा 306 के तहत 10 वर्ष तक की जेल और जुर्माना हो सकता है।
भारतीय दंड संहिता की धारा
IPC धारा 308 – अगर कोई व्यक्ति किसी परिस्थिति में ऐसा काम करता है कि जिससे किसी व्यक्ति की मौत हो जाए तो वह गैर इरादतन हत्या का दोषी माना जाता है और इस तरह के अपराध के लिए उस व्यक्ति को धारा 308 के तहत 7 वर्ष की सजा और जुर्माना हो सकता है।
IPC धारा 309 – आत्महत्या करना कानूनी अपराध है इसलिए अगर कोई व्यक्ति आत्महत्या करने की कोशिश करता है तो उस व्यक्ति पर धारा 309 के तहत एक वर्ष की सजा या जुर्माना हो सकता है।
IPC धारा 314 – अगर कोई व्यक्ति किसी महिला का गर्भपात करवाता है और इस दौरान उस महिला की मौत हो जाती है तो इस मामले में अपराधी को धारा 314 के तहत दस साल की कठोर सजा के साथ जुर्माना भी हो सकता है।
IPC धारा 354 – अगर कोई व्यक्ति किसी महिला की मर्यादा को भंग करता है या Sexually harasse करता है तो उस व्यक्ति पर IPC की धारा 354 लगाई जाती है। जिसके तहत आरोपी को दोषी पाए जाने पर दो साल तक की कैद या जुर्माना या फिर दोनों की सजा हो सकती है।
IPC धारा 363 – यदि कोई व्यक्ति किसी स्त्री को ले कर भाग जाता है तो यह अपहरण का मामला बन जाता है जिसमें उस व्यक्ति पर धारा 363 लगाई जाती है। जिसके अंतर्गत उस व्यक्ति को सात साल का करावास और जुर्माना हो सकता है।
IPC धारा 376 – अगर कोई व्यक्ति किसी महिला के साथ बलात्कार करता है तो भारतीय कानून के अनुसार यह एक गंभीर अपराध माना जाता है। इस मामले में अपराधी पर धारा 376 के तहत 10 वर्ष या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।
IPC ki Dhara in Hindi
IPC धारा 379 – यह IPC की धारा जब लगाई जाती है तब किसी व्यक्ति पर चोरी करने का आरोप लगा हो। ऐसे में व्यक्ति को दोषी पाए जाने पर उसको तीन वर्ष की सजा और जुर्माना या दोनों हो सकते है।
IPC धारा 395 – यदि कोई व्यक्ति किसी के घर पर या अन्य जगह पर डकैती करता है तो इस अपराध के लिए उस व्यक्ति पर धारा 395 के तहत दस साल या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।
IPC धारा 417 – अगर कोई व्यक्ति किसी के साथ छल कपट या दगा करता है तो भी यह भारतीय कानून के अनुसार यह एक अपराध है जिसमें धारा 417 के तहत एक वर्ष की सजा और जुर्माना या फिर दोनों हो सकते है।
IPC धारा 420 – यदि कोई व्यक्ति छल से या बेईमानी से सम्पत्ति कमाता है तो यह एक जुर्म है और इस मामले में धारा 420 के तहत दोषी को सात साल की सजा और जुर्माना दोनों हो सकते है।
IPC धारा 426 – दोस्तों किसी के साथ शरारत करना आपको महंगा पड़ सकता है क्योंकि ऐसा करने पर धारा 426 के तहत दोषी को 3 माह की सजा और जुर्माना या फिर दोनों हो सकते है।
कानूनी धारा लिस्ट इन हिंदी2021
IPC धारा 489 – अगर कोई व्यक्ति जाली या नकली नोट बनाता है और उनका उपयोग करता है तो इस जुर्म में दोषी को धारा 489 के तहत दस साल की सजा या आजीवन कारावास हो सकता है।
IPC धारा 495 – यदि कोई आदमी या महिला, पति/पत्नी के जीवित रहते हुए दूसरी शादी करता है और दोनों रिश्तें को चलाता है तो ऐसे अपराध में दोषी को धारा 495 के तहत दस साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है।
IPC धारा 496 – बिना रजामंदी के शादी करना या जबरदस्ती विवाह करना भी कानूनी अपराध है इस अपराध में दोषी को धारा 496 के तहत सात साल की सजा और जुर्माना हो सकता है।
IPC धारा 500 – मानहानि के केस में दोषी पर आईपीसी की धारा 500 के तहत दो साल की सजा और जुर्माना हो सकता है।
IPC धारा 509 – अगर कोई व्यक्ति किसी महिला के साथ अत्याचार करता है या अंगविक्षेप करता है तो इस अपराध में दोषी को धारा 509 के तहत कुछ समय के लिए जेल में रहना पड़ सकता है या फिर उस पर जुर्माना भी हो सकता है।
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इस पोस्ट में हमने आपको कानून की IPC धाराओं के बारे में विस्तार से बताया है। आशा करते है कि आपको यह जानकारी बहुत अच्छी लगी हो।
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