Motivational Story in Hindi for Success – एक लड़का एक सेठ के काम करता था। रोजाना वह लड़का अपने हाथों से खाना बनाता और खाकर सो जाता था। इसी तरह से उसके दिन अच्छे से गुजर रहे थे।
रोजाना की तरह एक दिन उसने खाना बनाया और अपने हाथ धोने के लिए चला गया था।
उस दिन उसने अपने लिए चार रोटी बनाई थी। अपने हाथ धोकर वह वापस आया तो देखा वहां पर केवल तीन रोटी ही बची थी।
काफी दिनों तक यह सिलसिला चलता रहा। फिर एक दिन उसने सोचा कि मेरी एक रोटी को रोजाना कौन ले के जाता है।
उस दिन उसने चुपके से यह देखा की एक चूहा वहां आता है और एक रोटी लेकर चला जाता है।
एक दिन लड़के ने मौका पाकर उस चूहे को पकड़ लिया और चूहे से बोला तुम रोजाना मेरी एक रोटी क्यों लेकर जाते हो। तो चूहे ने उस लड़के से बोला मुझे जाने दे, मुझे मेरी किस्मत का खाने दे।
यह सुनने के बाद लड़का बोला तुम्हें पता भी है इन रोटियों के लिए मुझे कितनी मेहनत करनी पड़ती है। तब कहीं जाकर में इस खाने का इंतजाम करता हूं।
चूहे ने लड़के से कहा तुम्हारी सारी समस्याओं और परेशानीयों का हल केवल भगवान गौतम बुद्ध के पास ही मिल सकता है।
यह सुनने के बाद वह लड़का अपने सेठ से छुट्टी लेकर भगवान गौतम बुद्ध से मिलने के लिये निकल पड़ा।
Motivational Story in Hindi for Success in Life
पूरे दिन भर चलने के बाद रात को उनसे एक हवेली में शरण मांगी तो वहां पर एक औरत रहती थी। उसने उस लड़के को अपने यहां पर शरण दे दी।
सुबह खड़ा होकर वह जाने लगा तो उस औरत ने उससे पूछा कि तुम कहा जा रहे हो तो लड़के ने बताया कि वह अपनी परेशानियों का हल जानने के लिए भगवान गौतम बुद्ध के पास जा रहा है।
यह सुनकर उस औरत ने कहा क्या तुम मेरे लिए भी एक सवाल पूछ सकते हो क्या ? तो लड़के ने कहा जी बिल्कुल बताइये आपका क्या सवाल है।
उस औरत ने कहा कि मेरी एक बेटी है और वह जन्म से ही बोल नही पाती है इसलिये उनसे पूछना की मेरी बेटी कब बोलेगी।
यह सुनकर वह आगे के लिए चल दिया। काफी दूर चलने के बाद रास्ते मे समुद्र आ गया तो लड़के ने एक कछुऐ से बोला क्या आप मुझे समुद्र पार करा सकते है ? तो कछूऐ ने कहा, जी बिल्कुल करा दूंगा। आओ मेरी पीठ पर बैठ जाओ।
लड़का उसकी पीठ पर बैठ गया और समुद्र पार कर लिया। तब उस कछूऐ ने लड़के से पूछा तुम कहा जा रहे हो तो लड़के ने वही जवाब दिया कि भगवान गौतम बुद्ध के पास अपनी परेशानियों का हल जानने के लिये।
कछुऐ ने कहा क्या आप मेरा भी एक सवाल पूछ सकते है क्या ? तो लड़के ने बोला हाँ बताओ आपका क्या सवाल है तो कछुऐ ने कहा उनसे पूछना की मैं ड्रैगन कब बनूंगा। इतना सुनकर वह लड़का आगे की यात्रा के लिये चल पड़ा।
Motivational Story in Hindi for Success with Moral
काफी दिनों की यात्रा के बाद वह लड़का एक पर्वत पर जा पहुंचा तो वहां पर एक साधु ने उस लड़के की सहायता की और उस लड़के से पूछा कि तुम कहा जा रहे हो। तो लड़के ने वही जवाब दिया जो सबको दे रहा था।
इतना सुनकर वह साधु बोला क्या आप मेरा एक सवाल पूछोगे भगवान गौतम बुद्ध से तो लड़के ने हाँ में सिर हिला दिया।
तो साधु बताया कि में काफी वर्षों से तप कर रहा हूं, तो भगवान गौतम बुद्ध से पूछना की मुझको मुक्ति कब मिलेगी।
इतना सुनकर वह लड़का आगे की ओर चल पड़ा और अंत मे वह लड़का भगवान गौतम बुद्ध के पास पहुंच गया
और पहुंचकर उसने भगवान गौतम बुद्ध को प्रणाम किया और बोला भगवान में आपसे कुछ प्रश्नों के उत्तर जानना चाहता हूं।
भगवान बुद्ध ने कहा बेटा तुम काफी दूर से आये हो इसलियें पूछो क्या पूछना चाहते हो, लेकिन में तुम्हारे तीन प्रश्नों का ही उत्तर दूंगा।
लड़का असमंजस में पड़ गया कि तीन कौन कौन से प्रश्न पुछु, तो लड़के ने सोचा मेरा जीवन तो चल ही रहा है क्यों न में उन लोगों के प्रश्न पूछ लूं जो मुझ से ज्यादा दुखी और परेशान है।
लड़के ने पहला सवाल पूछा कि हवेली में रहने वाली लड़की कब बोलने लगेगी
दूसरा सवाल यह है कि वह कछुआ ड्रैगन कब बनेगा।
तीसरा यह है कि उस साधु को मुक्ति कब मिलेगी।
इस तरह से उस लड़के ने तीनो सवाल को पूछ लिया।
इसके बाद भगवान गौतम बुद्ध ने कहा उस लड़की की शादी होते ही वह लड़की बोलने लगेगी और अगर कछुआ अपने खोल को छोड़ दे तो वह ड्रैगन बन जायेगा।
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Motivational Story in Hindi for Success in Life
उस साधु को जब मुक्ति मिलेगी तब वह अपनी छड़ी को छोड़ देगा। लड़का सब के जवाब सुनकर वापस चल दिया।
सबसे पहले उसने साधु को बताया की अगर आप अपनी छड़ी को छोड़ देते हो तो आपको मुक्ति मिल जाएगी।
साधु ने उस छड़ी को उस लड़के को दे दिया और बोले यह एक जादुई छड़ी है। यह तुम्हारी बहुत मदद करेगी।
इसके बाद वह लड़का उस कछुऐ के पास गया और बोला अगर तुम अपने खोल से बाहर आ जाओ तो तुम ड्रैगन बन जाओगे।
कछुऐ ने खोल को छोड़ दिया तो वह ड्रैगन बन गया। उस लड़के को कछुऐ के खोल में बहुत सारे हिरे मोती मिले जिनको लेकर वह आगे चल दिया।
उसके बाद वह लड़का उस हवेली में गया और उस औरत से बोला कि आप अपनी लड़की की शादी कर दो तो वह बोलने लगेगी।
उस औरत ने अपनी लड़की की शादी उस लड़के से कर दी तो वह लड़की बोलने लग गई और उस औरत ने अपनी सारी जमीन जायदाद उस लड़के और अपनी बेटी के नाम कर दी।
निष्कर्ष,
दोस्तों इस कहानी से हमे यह सीख मिलती है कि हमे कभी भी किसी भी तरह की परिस्थितियों से निराश नही होना चाहिये। और विपरीत परिस्थितियों में भी अपने ही बारे में नही सोचना चाहिये। अगर हम लोग किसी की सहायता करेंगे तब जाकर ही लोग हमारी भी सहायता करेंगे।
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धन्यवाद 🙏
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