Mahatma Jyotiba Phule Quotes In Hindi – महात्मा ज्योतिबा फुले हमारे देश के एक महान समाज सुधारक, लेखक, दार्शनिक और क्रांतिकारी कार्यकर्ता थे।
इन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे जातिगत भेदभाव, छुआछूत, बाल विवाह आदि का घोर विरोध किया और साथ ही नारी शिक्षा और विधवा विवाह का समर्थन किया था।
आइए पढ़ते है इस पोस्ट में Mahatma Jyotiba Phule Quotes in Hindi के बारे में, जो की लोगों को समाज के प्रति जागरूक करते है।
Mahatma Jyotiba Phule Quotes in Hindi
ईश्वर एक है और वो ही सभी लोगों का कर्ताधर्ता है।
जातिगत और लिंग के आधार पर किसी के साथ भेदभाव करना महापाप है।
अच्छे काम करने के लिए कभी भी गलत उपायों का सहारा नही लेना चाहिए।
परमेश्वर एक है और सभी प्राणी उसकी संतान है।
अगर कोई आपकी किसी भी तरह से सहायता करता है तो उससे मुंह मत मोड़िए।
Jyotiba Phule Jayanti Quotes in Hindi
ब्राह्मणों ने दलितों के साथ जो किया वो कोई कोई मामूली अन्याय नही है, उसके लिए उन्हें ईश्वर को जवाब देना होगा।
आपके संघर्ष में शामिल होने वालों से उसकी जाति मत पूछिए।
मंदिरों में स्थित देवगण ब्राह्मण पुरोहितों का ढकोसला है।
शिक्षा, स्त्री और पुरुष की प्राथमिक आवश्यकता है।
स्वार्थ अलग अलग रुप धारण करता है, कभी जाति का तो कभी धर्म का।
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ज्योतिबा फुले के सामाजिक विचार
संसार का निर्माणकर्ता एक पत्थर विशेष या स्थान विशेष तक ही सीमित कैसे हो सकता है।
बाल काटना नाई का धर्म नही, धंधा है। चमड़े की सिलाई करना मोची का धर्म नही, धंधा है, इसी प्रकार पूजा -पाठ करना ब्राह्मण का धर्म नही, धंधा है।
आर्थिक विषमता के कारण किसानों का जीवन स्तर अस्त व्यस्त हो गया है।
हमारे देश में राष्ट्रीयता की भावना का विकास तब तक संभव नही है, जब तक खान-पान एव वैवाहिक संबंधों पर जातीय भेदभाव बने रहेंगे।
शिक्षा के बिना समझदारी खो गई, समझदारी के बिना नैतिकता खो गई , नैतिकता के बिना विकास खो गया, धन के बिना शूद्र बर्बाद हो गया, शिक्षा महत्वपूर्ण है।
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ज्योतिबा फुले के शैक्षिक विचार
सच्ची शिक्षा दूसरों को सशक्त बनाने और दुनिया को उस दुनिया से थोड़ा बेहतर छोड़ने का प्रतीक है जो हमने पाया।
हर दिन नए विचार आते है लेकिन असली संघर्ष उन्हें साकार करना है।
भारत में राष्ट्रीय भावना तब तक मजबूत नही होगी जब तक भोजन और विवाह पर जातिगत प्रतिबंध बरकरार रहेगा।
संसार का निर्माणकर्ता एक पत्थर विशेष या स्थान विशेष तक ही सीमित कैसे हो सकता है।
मंदिरों के देवी-देवता ब्राह्मणों का ढकोसला है, दुनिया बनाने वाला एक पत्थर विशेष या खास जगह तक ही सीमित कैसे हो सकता है ? जिस पत्थर से सड़क, मकान वगैरह बनाया जाते है उसमें देवता कैसे हो सकते है।
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ज्योतिबा फुले के राजनैतिक विचार
सभी प्राणियों में मनुष्य श्रेष्ठ है और सभी मनुष्यों में नारी श्रेष्ठ है, स्त्री और पुरुष जन्म से ही स्वतंत्र है, इसलिए दोनों को सभी अधिकार सामान रूप से भोगने का अवसर मिलना चाहिए।
जिंदगी की गाड़ी अकेले दो पहियों पर नही चलती, इसे गति सिर्फ तभी मिलती है जब मजबूत कड़ियां जुडती है।
दो टुकड़ों में तोड़ने के लिए एक वार ही काफी है, ये परस्पर जुड़ाव ही है, जिसके लिए किसी को भारी कीमत चुकानी पड़ती है।
ब्राह्मण दावा करते है कि वो ब्रह्मा के मुख से पैदा हुए है, तो क्या ब्रह्मा के मुख में गर्भ ठहरा था ? क्या महावारी भी ब्रह्मा के मुख में आई थी ? और अगर जन्म दे दिया तो ब्रह्मा ने शिशु को स्तनपान कैसे कराया।
धर्म वह है जो समाज के हित में, समाज के कल्याण के लिए है, जो धर्म समाज के हित में नही है, वह धर्म नही है।
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दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपको Mahatma Jyotiba Phule Quotes in Hindi के बारे में बताया है। हमें उम्मीद है कि आपको यह महात्मा ज्योतिबा फुले के अनमोल विचार पसंद आए हो।
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