Sikko Par Bane Nishan ka Matlab – दोस्तों हम लोगों ने भारतीय मुद्रा में चल रहे सिक्को को तो सभी ने देखा है। इन सिक्को में काफी कुछ निशान बने होते है। जैसे जिस वर्ष में सिक्के को बनाया गया है वह वर्ष सिक्के में अंकित रहता है।
क्या आपने कभी गौर किया है सिक्के में लिखे वर्ष के नीचे कई तरह के निशान बने होते है। जैसे डॉट, स्टार और डायमंड आदि तरह के निशान बने होते है। और कुछ सिक्को पर तो कोई निशान ही नहीं होता है। तो क्या आप जानते है सिक्को पर बने निशानों का मतलब क्या होता है। ये निशान क्या दर्शाते है ?
अगर आपको इनके बारे में बिल्कुल जानकारी नही है तो आप सही जगह पर आए है तो चलिए जानते है सिक्को पर बने निशानों का मतलब क्या होता है।
सिक्को पर बने निशानों का मतलब क्या होता है – Sikko par bane nishan ka matlab
ये जो सिक्को पर निशान बने होते है यह ये बताते है कि यह सिक्का किस टकसाल में बना है, उसी के आधार पर सिक्को पर निशान होते है।
तो चलिए जानते है विस्तार से इस पोस्ट के जरिये की सिक्को पर बने इन निशानों का मतलब क्या होता है।
हमारे देश भारत में कुल चार टकसाल है। ये टकसाल भारत के बड़े नगरों में स्थित है, मुंबई, कोलकत्ता, हैदराबाद और नोएडा। अब आप सोच रहे होंगे की ये टकसाल क्या है।
दरअसल टकसाल उस स्थान को कहा जाता है, जहाँ भारत सरकार के आदेश अनुसार और बाजार की मांग को देखते हुए सिक्को का निर्माण होता है। टकसाल को अंग्रेजी में मिंट कहा जाता है।
नोएडा टकसाल
इस टकसाल की स्थापना वर्ष 1986 में हुई थी और वर्ष 1988 में सिक्को का उत्पादन शुरू हुआ था। इस टकसाल में देश में बनने वाले कुल सिक्को का लगभग 40 प्रतिशत यहीं पर बनाया जाता है। इस टकसाल में वर्ष 2006 में विदेशी सिक्के भी बन चुके है।
इस टकसाल में बनाये गये सिक्को में उनके बनने की वर्ष के नीचे एक डॉट का निशान बना होता है। सबसे पहले यहाँ 50 पैसे के सिक्को पर डॉट का निशान बनाया गया था।
कोलकत्ता टकसाल
इस टकसाल की स्थापना अंग्रेजो ने की थी और पहली बार यहाँ वर्ष 1859 में सिक्को का निर्माण हुआ था। इस टकसाल में बनाये गये सिक्को में कोई निशान नही होता है।
दरअसल शुरू से ही इस टकसाल में जो सिक्के बनते थे उन पर कोई निशान नहीं होता था।
हैदराबाद टकसाल
इस टकसाल की स्थापना वर्ष 1903 में हुई थी। पहले यह टकसाल हैदराबादी निजाम नवाब के अधिकार में स्थापित की गई थी लेकिन बाद में वर्ष 1950 में भारत सरकार ने इसे अपने अधिकार में ले लिया था।
इस टकसाल में बनने वाले सिक्को में सितारे (स्टार) का निशान होता है। पहले के कुछ सिक्को में डॉट के साथ डायमंड का निशान बना होता था। लेकिन अभी के सिक्को में केवल सितारे का निशान आता है।
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मुंबई टकसाल
यह टकसाल भारत की सबसे पुरानी टकसाल है। इसकी स्थापना अंग्रेजो के द्वारा की गई थी। इस टकसाल का इतिहास बहुत पुराना है।
इस टकसाल में बनने वाले सिक्को में डायमंड का निशान बना होता है। पहले B का निशान बना होता था क्योंकि उस समय मुंबई का नाम बॉम्बे हुआ करता था।
जब बॉम्बे का नाम मुंबई हुआ तो इस टकसाल में बनने वाले सिक्को पर M का निशान बना होता था।
निष्कर्ष,
दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपको सिक्को पर बने निशानों का मतलब बताया है। आशा करते है कि आपको इस बारे में अच्छे से जानकारी हो गई होगी।
आपको यह पोस्ट Sikko Par Bane Nishan ka Matlab कैसी लगी, हमें कमेंट करके जरुर बताये और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे। जिससे की इस तरह की जानकारी सभी लोगों को पता चले।
धन्यवाद
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