Think dearThink dear
  • Home
  • News
  • Entertainment
  • Fashion
  • Health
  • Tech
  • Tips
  • Travel
Facebook Twitter Instagram
  • Home
  • News
  • Entertainment
  • Fashion
  • Health
  • Tech
  • Tips
  • Travel
Facebook Twitter Instagram Pinterest
Think dearThink dear
Contact Us
Trending
  • Why You Shouldn’t File an Asbestos Claim Without a Lawyer: A Comprehensive Guide
  • A Beginner’s Guide To Street Style – Men’s Urban Fashion Tips
  • Hand Wipes vs Hand Sanitizer: Which is the Better Option?
  • Are You Getting The Most Out Of Your Steroids Uk, Sustanon 250?
  • Protect Your Online World: Your Best Ally – Temporary Phone Numbers
  • The Latest Tech News: Innovations and Insights
  • Balancing Life With Work Having OCD Management: Practical Tips
  • The Transformative Benefits Of Custom Closets In Small Rooms
Think dearThink dear
You are at:Home»Knowledge»बहुत सारे नोट छापकर सरकार क्यों नही बना सकती सबको अमीर ? जाने इसके कारण
Knowledge

बहुत सारे नोट छापकर सरकार क्यों नही बना सकती सबको अमीर ? जाने इसके कारण

By VikramAugust 3, 20205 Mins Read
Share Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Email Reddit Telegram WhatsApp
Why Rbi not Print More Money Hindi
Why Rbi not Print More Money Hindi
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Reddit Telegram WhatsApp Email

Why Rbi not Print More Money Hindi – आपके मन में एक सवाल जरूर आता होगा कि जब भारतीय नोट भारत सरकार को ही छापने है तो भारतीय सरकार बहुत सारे नोट छापकर सभी लोगों को अमीर क्यों नही बना देती है। जिससे देश के सभी लोग अमीर हो जाएंगे और देश का कोई भी व्यक्ति गरीब नही रहेगा।

यह सवाल लगभग हर व्यक्ति ने एक बार तो जरूर सोचा होगा। लेकिन इस बारे में शायद ही किसी को सही जानकारी पता हो इसीलिए आज की इस पोस्ट में हम आपको बता रहे है कि भारत सरकार बहुत सारे नोट छापकर सभी लोगों को अमीर क्यों नही बना सकती है ?

सबसे पहले में आपको बताना चाहता हूं की जो देश की करेंसी होती है उसकी वैल्यू तभी है जब उसके बदले में हम कोई समान खरीद सकते है। अगर हम पैसों के बदले में कुछ खरीद ही नही पाएंगे तो उसकी वैल्यू कुछ भी नही है।

पहले क्या होता था की सामान का एक्सचेंज होता था जैसे मान लो किसी के पास चावल है और किसी दूसरे के पास दूध है तो वह लोग आपस में थोड़ा थोड़ा सामान एक्सचेंज कर लेते थे लेकिन बाद में यह करेंसी बनाई गई और उसकी वैल्यू बनाई गई।

हम आपको बता दे की देश में नोट छापने के कुछ नियम कानून बने हुए है जिनको ध्यान में रखते हुए सरकार नोट छापती है। यदि सरकार बहुत सारे नोट छापकर लोगों में बांट दे तो सभी लोग अमीर हो जाएंगे और वो लोग आवश्यकता से अधिक सामान खरीदेंगे जिससे महगांई बहुत अधिक बढ़ जाएगी।

भारतीय सरकार क्यों ज्यादा नोट नही छापती है – Why Rbi not Print More Money Hindi

ऐसा ही हुआ था जिम्बाब्वे में वर्ष 2001 में, उनकी सरकार ने सोचा क्यों न हम बहुत सारे नोट छापकर सभी लोगों को बांट दे जिससे कि सभी लोग अमीर बन जाए। तो उन्होंने ऐसा ही किया और इतने नोट छापे की लोगों के पास नोट ही नोट हो गए उसके बाद हुआ ये की अगर किसी को ब्रेड भी चाहिए तो उनको भर भर के नोटों की गड्डियां ले के जानी पड़ती थी।

ऐसा इसलिए होता है कि बाजार में सामान की सप्लाई कम हो जाती है और डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। और अगर सबके पास पैसा है तो कोई काम क्यों करेगा। सभी लोग घर पर आराम करेंगे और काम करने कोई नही जाएगा जिससे सामान की Manufacturing कम हो जाएगी इस कारण सामान की सप्लाई कम होने से मंहगाई अपने आप बढ़ जाएगी।

इसको एक उदाहरण से समझते है मान लो पूरे भारत में सिर्फ 2 kg चावल है और एक किलो चावल की कीमत दस रूपए है और भारत में दो लोग है और दोनों के पास सिर्फ दस दस रूपए है तो वह लोगों एक एक किलो चावल खरीद लेंगे।

अगर मान लो दोनों के पास पैसे डबल हो जाए तो चावल की कीमत भी डबल हो जाएगी। यानी आप चाहे पैसा कितना भी दो लेकिन चावल आपको एक किलो ही मिलेगा। इससे हमको कोई फायदा नही होता है।

भारतीय सरकार को कितने नोट छापने है यह तय करने के लिए जीडीपी, देश की विकास दर और राजकोषीय घाटा आदि को ध्यान में रखते है। हमारे देश में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया तय करता है कि कब और कितने नोट छापने है।

Why Rbi not Print More Money Hindi

दोस्तों पैसा छापना और उन्हें गरीबों में बांटना यह गरीबी मिटाने का सॉल्यूशन नही है गरीबी तो तब मिटेगी जब वो लोगों अपना दिमाग लगाकर कुछ काम करें जिससे उनको कुछ रोजगार मिले और पैसा मिले।

आप खुद सोचो की जितने लोगों आज काम कर रहे है वह रुपयों के लिए काम कर रहे है अगर उनके पास पैसे होगे तो वह काम क्यों करेंगे।

इसलिए पैसा उतना ही छापा जाता है जितना गुड्स एंड सर्विसेज मार्केट में है जो कि लोग खरीद सके उससे ज्यादा नोट छापते है तो महगांई Automatic बढ़ जाएगी क्योंकि जो सप्लाई है वो कम है और जो डिमांड है वह बहुत ज्यादा है।

दोस्तों में आपको सिंपल भाषा में बताता हूं कि अगर सरकार बहुत ज्यादा नोट छाप देती है और उन्हें लोगों में बांट देती है तो इससे क्या होगा कि लोगों के पास पैसे बहुत हो जाएंगे और वो आवश्यकता से अधिक समान खरीदेंगे लेकिन सामान जरूरत के हिसाब से बनता है इससे लोग समान पाने के लिए बहुत ज्यादा पैसों की बोली लगाएंगे जिससे सामान की कीमत बढ़ जाती है। इसीलिए सरकार बहुत ज्यादा नोट नही छाप सकती है।

निष्कर्ष,

आशा करता हूं कि अब आपको अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा की भारत सरकार क्यों ज्यादा नोट नही छाप सकती है।

अगर आपको यह जानकारी Why Rbi not Print More Money Hindi अच्छी लगी है तो इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

इन्हें भी पढ़ें

  • टीवी स्क्रीन पर दिखाई देने वाले इस रैंडम नंबर का क्या मतलब होता है जाने इसके कारण
  • भारतीय सिक्कों पर बने इन निशानों का क्या मतलब होता है
  • फलों पर लगे स्टिकर का क्या मतलब होता है जाने इसके कारण
Helicopter money Helicopter money concept
Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Reddit Telegram WhatsApp Email
Previous Articleटीवी स्क्रीन पर दिखाई देने वाले इस रैंडम नंबर का क्या मतलब होता है ? जाने इसके कारण
Next Article हर सामान की रेट 1 रूपए कम क्यों लिखी होती है ? जानें इसके कारण
Vikram

A curious mind and passionate writer, Vikram channels his love for deep insights and candid narratives at ThinkDear. Exploring topics that matter, he seeks to spark conversations and inspire readers.

Related Posts

बेस्ट 10+ बिजनेस आइडियाज इन हिंदी | Business Ideas in Hindi

October 22, 2022

महत्वपूर्ण राष्ट्रीय दिवस | विश्व के प्रमुख दिवस | Important Days in Hindi

July 20, 2022

इंटरव्यू में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न | Interview Question in Hindi

March 30, 2022
Add A Comment

No Comments

  1. Pingback: हर सामान की रेट 1 रूपए कम क्यों लिखी होती है ? जानें इसके कारण

  2. Pingback: पीरियड्स के बाद कब सेक्स करने से प्रेग्नेंसी होती है

  3. Pingback: गूगल पर क्या सर्च नही करना चाहिए - Google Par kya search nhi Karna chahiye

Leave A Reply Cancel Reply

Most Popular

Balancing Life With Work Having OCD Management: Practical Tips

The Transformative Benefits Of Custom Closets In Small Rooms

Polycarbonate Roller Shutter Advantages

Anterior Vaginal Repair: Restoring Comfort And Confidence Through Surgical Intervention

 Exploring The Role Of An NDIS Psychosocial Recovery Coach

What Is Property Styling, And What Are Its Benefits?

About Thinkdear

A Blog About News, Entertainment, Fashion, Sports, Travel, Tech, Tips, Motivational Articles, Amazing Facts, Hindi Quotes, Inspiration Stories, Self Improvement, Knowledge, Biography, History And Other Useful Contents.

For Any Inquiries Contact Us

Email: [email protected]

Our Pick

 Exploring The Role Of An NDIS Psychosocial Recovery Coach

By VikramSeptember 28, 2023
Follow Us
  • Facebook
  • Twitter
  • Pinterest
  • Instagram
  • YouTube
Thinkdear.com © 2023 All Right Reserved
  • Privacy Policy
  • Contact Us
  • Sitemap

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.